NIA
NIA (National Investigation Agency|
एनआईए (नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेन्सी)
हिन्दी अनुवाद - राष्ट्रीय जांच संस्था
एनआईए का हेडक्वाटर नई दिल्ली में स्थित है। एनआईए 2009 में अस्तित्व में आई है। 26 नबम्बर 2008 में हुए मुम्बई
आतंकी हमले के दौरान जनहानि को देखते हुए सरकार की
प्रतिक्रिया में इसको बनाने के लिये 2008 में प्रस्ताव को पारित
किया गया था।
एन.आई.ए का क्या मतलब है? – एनआईए एक ऐजेंसी हैं जो गृह मंत्रालय के अंतगृत आती है एवं इसका पूरा नाम नेशनल इनवेस्टीगेशन ऐजेंसी है। जिसका हिन्दी अनुवाद ‘’राष्ट्रीय जांच संस्था’’ है। यह
एक बहुत ही शक्तिशाली संस्था है। इसका पहला मुख्य कार्य भारत में सभी राज्यों (जम्मूकश्मीर भी) में हो रही आतंकी
गतिविधियों की जांच एवं उनको हाने से पहले ही रोकना तथा विकसित होने से पहले ही समाप्त करना इसका प्राथमिक
कार्य था। परन्तु 2019 को एक विधेयक को पारित किया गया जिसके अनुसार इसके कार्यों को शक्ति मिली है। इसके
अंतर्गत इस संस्था को गैरकानूनी गतिविधियां अधिनियम 1967, परमाणु ऊर्जा अधिनियम 1962, विरोधी अपहरण
अधिनियम 1982, महाद्विपीय शेल्फ अधिनियम 2002 पर सुरक्षा समुद्री नेविगेशन और निश्चित प्लेफार्मों के खिलाफ
गैरकानूनी अधिनियम का दमन इत्यादि में कार्य को बढाया गया है। इसे किसी भी राज्य में जांच करने से पहले कोई भी
अनुमति ना लेने की छूट है। यह किसी को भी बिना किसी वारेंट के केवल संदेह के आधार पर गिरफ्तार कर सकती है।
एवं किसी भी गैरकानूनी रूप में कोई प्रापटी है उसकी जांच तथा सील भी कर सकता है। विदेशों में किसी भारतीय पक्ष की
जांच करने यह दूसरे देशों में भी गमन करती है। यह केवल उन्ही कार्यों को करती है जो इसके दायरे में हैं।
आप राष्ट्रीय जांच ऐजेंसी का हिस्सा कैसे बन सकते हैं। - राष्ट्रीय जांच ऐजेंसी का हिस्सा बनने के लिये आपकों NIA की
वेबसाइट पर जाकर आपको देखना होगा कि वेबसाइट पर कोई
पीडीएफ के जरीये सूचना दी गई है या नहीं एनआईए के द्वारा समय-समय पर सूचना NIA की आधिकारिक वेबसाइट पर
ही आपको प्रदान की जाती हैं। एवं सभी योग्यताओं को अपको ध्यानपूर्वक पढकर ही इसके लिये आप आवेदन कर पायेंगे।
यह निश्चित नहीं है कि भर्ती कब निकलेंगी इसके लिये आपको ही इसकी सूचना के बारे में अवेयर होना पडेगा।
एनआईए की परीक्षा – एनआईए की परीक्षा तीन चरणों में पूरी होती है। इसके लिये उम्मीदवार को प्रथम चरण में प्रलिम्स
में क्वालिफाय होना होगा। दूसरे चरण में मुख्य परीक्षा मैन्स एग्जाम होगा इसमें क्वालिफाय किये
गये आवेदकों को ही तीसरे चरण अर्थात् साक्षात्कार (इंटरव्यू) के लिये बुलाया जायेगा।
NIA एवं CBI में अंतर – सीबीआई भी एक जांच ऐजेंसी है। अगर किसी राज्य में इसे किसी मामले की जांच करना है तो
इसको राज्य से परमीशन की आवश्यकता होती है। परन्तु यदि सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट के
द्वारा परमीशन दे दी जाये तो फिर इसे राज्य की परमीशन की आवश्यकता नहीं होती है। परन्तु एनआईए एक ऐसी जांच
ऐजेंसी है। जिसको भारत के किसी भी राज्य में जांच के दौरान कोई परमीशन की आवश्यकता नहीं होती है।
अन्य जानकारी -
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